किरोरी सिंह बैंसला, जन्म: 12 सितंबर 1939, राजस्थान के एक छोटे से गांव में जन्मे एक प्रमुख सामाजिक नेता थे। उनके पिता का नाम बुध राम था और वे एक किसान परिवार से संबंध रखते थे। उनका बचपन गांव में ही बिता, और वहां परिवार के साथ खेती का काम करते थे।
उन्होंने अपने प्रदेश में किसानों के हितों की रक्षा के लिए आंदोलन चलाया और अपने अद्यतन कार्यक्रमों के माध्यम से उनकी मांगों को सरकार के सामने रखा।
बैंसला ने राजस्थान के गुज्जर समुदाय की सामाजिक, आर्थिक, और राजनीतिक समस्याओं पर ध्यान केंद्रित किया। उन्होंने गुज्जर आंदोलन के द्वारा अपने समुदाय के लोगों को एकजुट किया और उनके अधिकारों की लड़ाई लड़ी।
2022 के मार्च महीने में किरोरी सिंह बैंसला का निधन हो गया। उनका निधन उनके समर्पणशीलता और देश सेवा में किए गए योगदान की याद में एक बड़ी क्षति है। उनके निधन से राजस्थान राज्य में और गुज्जर समुदाय में अपार शोक प्रदर्शित हुआ।
किरोड़ी सिंह बैंसला (Kirori Singh Bainsla) एक प्रमुख राजनेता थे, जो राजस्थान के गुर्जर समुदाय के लिए प्रसिद्ध थे। उनका जन्म 12 सितंबर 1939 को राजस्थान के अलवर जिले के एक गांव में हुआ था। उन्होंने शिक्षा की अच्छी पढ़ाई है, और अपने प्राथमिक शिक्षा के बाद उन्होंने सरकारी सेवा में शामिल होने की तैयारी शुरू की। लेकिन बाद में उन्होंने राजनीति में कदम रखा और गुर्जर समुदाय के लिए लड़ने का संकल्प लिया।
बैंसला ने गुर्जर समुदाय के लिए अपने जीवन का बहुत बड़ा योगदान दिया। उन्होंने गुर्जर समुदाय के समाजिक, आर्थिक और राजनीतिक समृद्धि के लिए संघर्ष किया। उनके नेतृत्व में गुर्जर आंदोलन के माध्यम से गुर्जर समुदाय को आरक्षण की मांगों के लिए लड़ाई जारी रखी गई।
बैंसला के नेतृत्व में कई बार गुर्जर आंदोलन हुए जिनमें वे राजस्थान सरकार से गुर्जर समुदाय के आरक्षण को समर्थित करने के लिए लड़े। उनके द्वारा किए गए आंदोलनों में वे गुर्जर समुदाय के लोगों के बीच बहुत प्रशंसा प्राप्त कर चुके हैं।
किरोड़ी सिंह बैंसला ने जीवनभर गुर्जर समुदाय के लिए अपनी मेहनत और समर्पण से अपना परिचय बनाया है। उनके नेतृत्व में कई गुर्जर संगठनों की स्थापना हुई है और उनके द्वारा की गई कार्यों से गुर्जर समुदाय का आत्मविश्वास मजबूत हुआ है।
श्री किरोड़ी सिंह बैंसला ने अपने प्रशासनिक और राजनीतिक कौशल के लिए भी प्रसिद्धि प्राप्त की है। उन्होंने अपने जीवन के दौरान कई सरकारी पदों पर सेवाएं निभाई हैं और अपनी नेतृत्व क्षमता से लोगों की प्रेम और सम्मान प्राप्त किया है।
आखिरी दिनों में, किरोड़ी सिंह बैंसला एक महान नेता के रूप में याद किया जाएगा, जिन्होंने गुर्जर समुदाय के लिए संघर्ष किया और उनकी मांगों को पूरा करने के लिए प्रयास किए। उनकी देहांत से राजनीति और सामाजिक क्षेत्र में खाली स्थान पैदा हुआ है, लेकिन उनकी सोच और योगदान हमेशा याद रखे जाएंगे।
किरोड़ी सिंह बैंसला की मृत्यु ने गुर्जर समुदाय को एक विशाल दुःख पहुंचाया है। उनके नेतृत्व में गुर्जर समुदाय ने अपनी पहचान बनाई थी और उनके बिना इस उपकरण की अपूर्णता महसूस हो रही है। उनके जीवन के उदाहरण से हमें यह सिख मिलती है कि सामाजिक और आर्थिक न्याय के लिए लड़ने का संकल्प हमेशा बनाए रखना चाहिए।
किरोड़ी सिंह बैंसला का जीवन हमेशा एक प्रेरणा का केंद्र रहेगा और उनकी सेवाएं हमेशा स्मरण में रहेंगी। उनके परिवार के प्रति हमारी आपार संवेदना है और हम उनके योगदान को सम्मानित करते हैं। उनके जीवन की यात्रा और संघर्ष हमेशा हमारे दिलों में बसा रहेंगे।